डायबिटीज मेलिटस (Diabetes Mellitus)

🔍 डायबिटीज मेलिटस क्या है?
डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जहाँ :
- ✔️ शरीर इंसुलिन नहीं बना पाता
- ✔️ या फिर शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता।
इंसुलिन एक हार्मोन है, जो ग्लूकोज को कोशिकाओं तक पहुँचाता है; और जब ये प्रक्रिया बाधित होती है तो ब्लड शुगर बढ़ जाती है।
🧬 डायबिटीज के प्रकार
1️⃣ टाइप 1 डायबिटीज
Autoimmune बीमारी, जहाँ पैनक्रियास के बीटा सेल्स नष्ट हो जाते हैं। टाइप- 1 डायबिटीज ज्यादातर बच्चों व युवाओं में होती है।
- लक्षण - बहुत प्यास लगना, बार-बार पेशाब जाना, थकान होना, अचानक वजन कम होना।
2️⃣ टाइप 2 डायबिटीज
डायबिटीज- 2 सबसे आम है; इसमें शरीर इंसुलिन बना तो लेता है लेकिन उसका प्रयोग नहीं कर पाता, इस लिए इसको Insulin Resistance Diabetis Mellitus बोलते है।
- कारण: अधिक मोटापा, गलत खानपान, निष्क्रिय जीवनशैली, अत्यधिक मीठा खाना
- लक्षण: थकान, घाव का धीरे भरना, त्वचा में कालेपन, धुंधलापन दिखना
3️⃣ गर्भावधि मधुमेह (Gestational Diabetes)
यह गर्भावस्था के दौरान होती है और आमतौर पर बच्चे के जन्म के बाद ठीक हो जाती है, पर भविष्य में टाइप 2 का जोखिम बढ़ जाती है।
4️⃣ अन्य प्रकार
MODY, पैनक्रियास की चोट, उच्च स्टेरॉइड उपयोग आदि भी डायबिटीज के कारण हो सकते हैं।
⚠️ सामान्य लक्षण
- बार-बार पेशाब लगना, अत्यधिक प्यास लगना (Polyuria , Polydipsia )
- थकान, भूख लगना, वजन घटना
- घाव धीमी गति से भरना
- त्वचा पर काले-भूरे धब्बे (गर्दन, बगल)
- बार-बार संक्रमण, आंखों में धुंधलापन
🧪 जांच (Diagnosis)
- Fasting Blood Sugar: सामान्य - (100 से कम), प्रीडायबिटिक - (100–125) , डायबिटीज - (126 से अधिक होने पर)
- HbA1c: <5.7% सामान्य, 5.7–6.4% बढ़िया स्थिति, ≥6.5% डायबिटीज
- OGTT: 2 घंटे बाद ≥200 mg/dL → डायबिटीज
- Random Sugar Test: किसी भी समय ≥200 mg/dL + लक्षण → डायबिटीज
🛠️ इलाज और प्रबंधन
🥗 आहार सुधार
चीनी व प्रोसेस्ड(फास्ट)फूड्स न ले; खाने में फाइबर ज्यादा ले, हेल्दी फैट्स और प्रोटीन से भरपूर भोजन करें।
🏃 नियमित व्यायाम
दिन में कम से कम 30 मिनट चलना, योग या साइकिलिंग करें।
⚖️ वजन नियंत्रण
मोटापा कम करने से टाइप 2 डायबिटीज नियंत्रण में आ सकता है।
🚭 धूम्रपान और शराब से बचें
ये जटिलताओं को बढ़ाते हैं।
💊 दवाएं / इंसुलिन
- टाइप 1: इंसुलिन लेना अनिवार्य
- टाइप 2: मेटफॉर्मिन, या (नजदीकी अपने हेल्थ एक्सपर्ट से मिले)
- गर्भावस्था: डाइट + दवा/इंसुलिन जब आवश्यक हो
📈 ब्लड शुगर मॉनिटरिंग
घर पर ग्लूकोमीटर से नियमित चेक करें; HbA1c, किडनी व आंखों की जांच हर 3–6 महीने।
🛡️ जटिलताएँ
- दिल की बीमारियाँ, किडनी विफलता
- रोगविज्ञान, पैर की समस्या, नसों का सुन्न पड़ना
- बार-बार संक्रमण
🇮🇳 भारत में स्थिति
भारत में 7.7 करोड़ लोग डायबिटीज से प्रभावित हैं; शहरी-ग्रामीण जीवनशैली इसका कारण।
🧘♂️ मानसिक स्वास्थ्य
योग, ध्यान व काउंसलिंग के जरिए मानसिक तनाव कम करें।
✅ निष्कर्ष
डायबिटीज lifelong हो सकती है, लेकिन सही डायट, एक्सरसाइज और नियमित जांच से इसे अच्छी तरह नियंत्रित किया जा सकता है।
📢 “डायबिटीज को हराया नहीं जा सकता, लेकिन समझदारी और अनुशासन से इसे पूरी तरह काबू किया जा सकता है।”
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